2 घंटे पहले
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बॉलीवुड एक्ट्रेस अनु अग्रवाल को 1990 में आई फिल्म ‘आशिकी’ से पॉपुलैरिटी मिली थी। हालांकि, ये सक्सेस उन्हें कुछ समय के लिए ही मिली क्योंकि इसके बाद उनकी लाइफ एक एक्सीडेंट के चलते पूरी तरह बदल गई। इस एक्सीडेंट से न सिर्फ अनु के लुक्स बदल गए बल्कि उनकी याद्दाश्त तक चली गई थी।
एक्सीडेंट के बाद देखी थी ‘आशिकी’
हाल ही में एक इंटरव्यू में अनु ने एक्सीडेंट के बाद अपनी लाइफ में आए बदलावों पर बात की है। उन्होंने कहा, मैंने एक्सीडेंट के बाद ‘आशिकी’ देखी थी। मेरी मां ने मुझे ये मूवी दिखाई थी लेकिन याद्दाश्त चले जाने की वजह से मैं फिल्म से अपने को बिलकुल रिलेट नहीं कर पाई।मैं स्क्रीन पर खुद को पहचान ही नहीं पाई। मेरी मां कहती रह गईं कि ये तुम हो लेकिन मैं बच्चों की तरह बार-बार मूवी प्ले करके देख रही थी लेकिन मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था।
कमबैक पर बोलीं अनु
अनु बोलीं, मेरी पहली रोजी रोटी मैंने मॉडलिंग और फिर फिल्मों से कमाई। मैं एक्टर हूं। मैं भले ही फिल्मों से बहुत समय से दूर हूं लेकिन मैं एक्टिंग करना चाहती हूं। मैंने फिल्ममेकर्स से मिलना शुरू कर दिया है, मैं स्क्रिप्ट्स भी सुन रही हूं। अगर कुछ पसंद आया तो जरुर कोई प्रोजेक्ट साइन करूंगी।
एक्सीडेंट के बाद अनु का लुक काफी बदल गया है।
1996 में लाइमलाइट से दूर हो गई थीं अनु
महेश भट्ट निर्देशित ‘आशिकी’ से राहुल रॉय और अनु अग्रवाल ने बॉलीवुड डेब्यू किया था। इस फिल्म के बाद अनु ने कई फिल्में कीं पर किसी ने उन्हें सफलता नहीं दिलाई। 1996 में अनु ने खुद को लाइमलाइट से दूर कर लिया।
इसके बाद 1999 में उनका एक भयानक एक्सीडेंट हुआ, जिसके बाद अनु 29 दिनों तक कोमा में रहीं और अपनी याद्दाश्त खो बैठीं।
अनु इन दिनों फिर से कमबैक करने की कोशिश कर रही हैं। वो कई फिल्मों की स्क्रिप्ट पढ़ रही हैं। 1996 में रिलीज हुई देव आनंद स्टारर ‘द रिटर्न ऑफ ज्वैल थीफ’ अनु की आखिरी फिल्म थी।